वैदिक ज्योतिष में प्रथम भाव और उसका महत्व | 1st House in Astrology

1st House in Astrology

1st House in Astrology वैदिक ज्योतिष में पहला भाव: आत्म-चिंतन और जीवन की शुरुआत का दर्पण जब मैंने पहली बार वैदिक ज्योतिष पढ़ना शुरू किया था, तो मुझे समझ नहीं आया कि इतने सारे ग्रह, भाव और राशियाँ मिलकर कैसे किसी इंसान के जीवन को प्रभावित कर सकते हैं। लेकिन जैसे-जैसे मैंने कुंडली के पहले … Read more

Interpretation of Saturn in 12 Houses | 12 भावों पर शनि का प्रभाव

Saturn In All 12 Houses and Things to Sacrifice

Interpretation of Saturn in 12 Houses शनि ग्रह (Saturn) को वैदिक ज्योतिष में एक गंभीर और न्यायप्रिय ग्रह माना गया है। यह ग्रह कर्म, अनुशासन, आत्मसंयम और जीवन के कठिन पाठों का प्रतिनिधित्व करता है। शनि व्यक्ति को उसके पूर्व जन्मों और वर्तमान जीवन के कर्मों का फल देता है। यह सुख-सुविधा से पहले संघर्ष, … Read more

Saturn In Second House | शनि से द्वितीय भाव और शनि के साथ युति करने वाले ग्रह

Saturn In Second House

ज्योतिष मेरे जीवन का एक खास हिस्सा रहा है। जब भी जीवन में कोई कठिन मोड़ आया, मैं अपने जन्म कुंडली के ग्रहों की स्थिति देखने बैठ गया। धीरे-धीरे यह एक अध्ययन बन गया – आत्म-अन्वेषण का एक माध्यम। इसी सफर में मैंने शनि (Saturn) को बहुत गहराई से महसूस किया – खासकर तब जब … Read more